जीवन सुगंध
>> बुधवार, 8 अक्टूबर 2008

हँसकर गाकर करो स्वागत
सुबह दरवाजे पर देती दस्तक
खुश हो जाओ मस्ती पाकर
मस्ती की लय में गाकर
नाच लो गा लो खुशी मना लो
मस्ती को जीवन में बसा लो
मेरे प्रियतम ! मेरे हमजोली
हर सुबह मस्ती में
हस कर गाकर बोली
जिसके जीवन में हर पल मस्ती
बदल जाए उसकी हस्ती
जीवन को खिलते सुमन
जैसे बिताना
जीवन में हर उलझन मिटाना
खिलते फूलों के जैसी मस्ती
जीवन को सुंगध से भर दे
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