मस्ती की लहर
>> बुधवार, 27 अगस्त 2008

आओ प्रियतम !
उठा ले मस्ती की लहर
मस्ती की आती जाती लहरों में
आओ लहर हम हो जाए
खिली धूप के संग
धूप हो जाए
जीवन के इस सागर में
मस्ती लहर उठाये
मस्ती की फेनिल लड़ियों में
मस्ती के मोती पाये
आओ मस्ती से
उदासी की धुंध हटा दे
मस्ती को ह्रदय से लगा ले
मेरे प्रियतम ! मेरे हमजोली
आओ बनाये मिलकर हम
मस्तो की इक टोली
जीना जिसकी भाषा हो
और हसना हो बोली
